सिंह सवारी महिमा भारी माता भजन : हिंदी
सिंह सवारी महिमा भारी पहाड़ों में स्थान तेरा
ब्रह्मा,विष्णु,शिवशंकर भी करते माँ गुणगान तेरा
कलकत्ता में काली स तेरे
मंदिर नगर-नगर में
तेरा भरे नवरात में मेला
तेरी पूजा हो घर-घर में
माँ तेरी पूजा हो घर-घर में
हो धोलागढ़ और गुणगावे में
भक्त धरती ध्यान तेरा
ब्रह्मा विष्णु शिवशंकर भी...
तने शुम्भ-निशुम्भ संघारे
और रक्त-बीज हैं मारे
तने अपने भक्त उभारे
तेरे गूंज रहे जैकारे
माँ तेरे गूंज रहे जैकारे
हो द्धारपाल स भैरोजी
और सेवक स हनुमान तेरा
ब्रह्मा विष्णु शिवशंकर भी...
कभी बनके दुर्गा आई
शिव की शक्ति कहलाई
माँ कभी बनके द्रोपदी चंडी
कौरव सेना खपवाई माँ
कौरव सेना खपवाई
पांचो पांडव शीश नवा के
किया मात सम्मान तेरा
ब्रह्मा विष्णु शिवशंकर भी...
जो तेरा ध्यान लगावे
वो मन इच्छा फल पावे
तेरा राजपाल जोगी स
माँ बैठ तेरा गुण गावे
हो माँ बैठ तेरा गुण गावे
यू लक्खा भेटें गावे गुण गाते
हैं वेद-पुराण तेरा यु लक्खा भेटें गावे
गुण गाते हैं वेद पुराण तेरा
ब्रह्मा विष्णु शिवशंकर भी
तेरा दर्शन करने आऊँ
तेरा दर्शन करने आऊँ लोग कहें जय माता दी
तेरा दर्शन करके जाऊँ लोग कहें जय माता दी
लोग कहें जय माता दी लोग कहें जय माता दी
ऊँची-लम्बी कठिन चढ़ाई पहले बहुत डराती है
सबको देने वाली सहारा बांह पकड़ ले जाती है
जब भी कदम में आगे बढ़ाऊं लोग कहें जय माता दी
किस्मत वाले ही दाती पौड़ी तेरी चढ़ पाते हैं
स्वर्ग से लगती हैं ये सीढ़ी देवता आते-जाते हैं
जब-जब भी में सर को झुकाऊं लोग कहें जय माता दी
शक्ति के जैकारे में ही सब वेदों का सार है
शक्ति के जैकारे में ही शक्ति माँ की अपार है
जब तेरा जैकारा लगाऊँ लोग कहें जय माता दी
जो भी माँ का ध्यान लगाए माँ के ध्यान में आता है
जो गुण भोली माँ के गाए वो गुणवान हो जाता है
जब-जब तेरी भेटें गाऊँ लोग कहें जय माता दी
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माँ शेरोवाली भजन - दुनिया से दूर जा रहा हूँ
दुनिया से दूर जा रहा हूँ
माँ में तेरे पास आ रहा हूँ
जय माता जय माता
हर आता हर गाता ये गाता जय माता
में भी ये गीत गा रहा हूँ
साँचा है तेरा दरबार माता
झूठा ये सारा संसार माता
में तोड़ आया हर एक नाता
माँ सबने मुझको ठुकरा दिया है
माँ सबने मुझको ठुकरा दिया है
में सबको ठुकरा रहा हूँ
माँ तेरे पास आ रहा हूँ
ऐ काश मेरा भी कोई होता
मेरे लिए कोई हँसता रोता
हर फूल मुझको ना कांटे चुभोता
आशा-निराशा का दीप बनके
आशा निराशा का दीप बनके
में जलता-बुझता रहा हूँ
में तेरे पास आ रहा हूँ
शेरों पे करती है तू सवारी
ये चाँद-सूरज तेरे पुजारी
राजा भी तेरे दर के भिखारी
फैला दे अपनी ममता का आँचल
फैला दे अपनी ममता का अंचल
में हाथ फैला रहा हूँ
माँ तेरे पास आ रहा हूँ
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तुम रूठी रहो मैय्या
तुम रूठी रहो मैय्या हम तुम्हे मना लेंगे
भक्ति में असर होगा घर बैठे बुला लेंगे
तुम कहती हो मैय्या मुझे मंदिर प्यारा है
हम अपने मन में माँ तेरा मंदिर बना लेंगे
तुम कहती हो मैय्या मुझे माला प्यारी है
हम जोड़के सांसों को तेरी माला बना लेंगे
तुम कहती हो मैय्या मुझे ज्योति प्यारी है
हम अपने मन में माँ तेरी ज्योति जगा लेंगे
तुम कहती हो मैय्या मुझे चुनर प्यारी है
हम अपने लहू से माँ तेरी चुनर रंगा देंगे
तुम कहती हो मैय्या मुझे भेटें प्यारी हैं
हम काट के सर अपना तेरी भेंट चढ़ा देंगे
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मैं तो तुम्हे मानाने आयी माता - Lyrics
मैं तो तुम्हे मनाने आयी माता
युग बीत गए तेरे द्धार खड़े
पीली-पीली मिटटी हरा-हरा गोबर
में तो भवन लिपाने आयी माता
युग बीत गए...
सोने का लोटा गंगाजल पानी
में तो तुम्हे पिलाने आयी माता
युग बीत गए...
सोने की थाली में भोजन परोसा
में तो तुम्हे खिलाने आयी माता
युग बीत गए...
चुन-चुन फूल में लाई बागों से
में तो हार पहनाने आयी माता
युग बीत गए...
दूर देश से भक्त बुलाए
जगराता कराने आई माता
युग बीत गए...
दूर-दूर से कन्यायें बुलाईं
भंडारा कराने आई माता
युग बीत गए तेरे द्धार खड़े
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