कृष्ण भजन
Lyrics in Hindi
यशोदा लाल अपने को बजा चुटकी सुलाती है
कभी काँधे कभी गोदी कभी पलना झुलाती है
यशोदा लाल अपने को बजा चुटकी सुलाती है,
कभी गोला कभी मिश्री कभी माखन खिलाती है
यशोदा लाल अपने को बजा चुटकी सुलाती है
कभी चन्दा कभी सूरज कभी तारे दिखाती है
यशोदा लाल अपने को बजा चुटकी सुलाती है
कभी गंगा कभी यमुना कभी धारा दिखाती है
यशोदा लाल अपने को बजा चुटकी सुलाती है
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कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
नटखट अपना लाल कनहैय्या
ना दिखती हैं उसकी गैय्याँ
ना दिखता तेरा छेल-छबीला,
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
नटखट अपना लाल कनहैय्या
कृष्णा, कृष्णा, हरे कृष्णा,
कृष्णा, कृष्णा, हरे कृष्णा,
ना खाए ना खाने दे मैय्या
खिंडा खिंडा के माखन इत उत
उधम मचाये ग्वालन संग मैय्या
उधम मचाये ग्वालन संग मैय्या
एक सुने ना चले अपनी डगरिया
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
नटखट अपना लाल कनहैय्या
मांग के खाए हमसे वो मैय्या
दे दे भर-भर माखन गगरिया
संग में मिश्री भी दे-दे री मैय्या
संग में मिश्री भी दे-दे री मैय्या
क्यूँ खाली जाये हमरो कृष्ण कनहेय्या
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
कहाँ छुपाये तू यशोदा मैय्या
नटखट अपना लाल कनहैय्या
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Krishna Bhajan Lyrics
एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो
एक प्रेम दीवानी एक दर्श दीवानी
एक प्रेम दीवानी एक दर्श दीवानी
राधा ने मधुबन में ढूँढा मीरा ने मन में पाया
राधा जिसे खो बैठी वो गोविन्द मीरा हाथ बिठाया
एक मुरली एक पायल, एक पगली एक घायल
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो
एक सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी
एक प्रेम दीवानी एक दर्श दीवानी
एक प्रेम दीवानी एक दर्श दीवानी
मीरा के प्रभु गिरधर नागर राधा के मनमोहन
राधा नित श्रींगार करे और मीरा बन गई जोगन
एक रानी एक दासी दोनों हरी प्रेम की प्यासी
अंतर क्या दोनों की तृप्ति में बोलो
एक जीत ना मानी एक हार ना मानी
एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो
एक प्रेम दीवानी एक दर्श दीवानी
एक प्रेम दीवानी एक दर्श दीवानी
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कृष्ण भजन
Lyrics in Hindi
छोटे छोटे शिवजी हैं छोटे-छोटे राम
छोटे से हमरे मदन गोपाल
कहाँ रहें शिवजी तो कहाँ रहें राम
कहाँ रहें हमरे मदन गोपाल
कैलाश रहें शिवजी अयोध्या रहें राम
गोकुल में रहें हमरे मदन गोपाल
क्या पियें शिवजी क्या पियें राम
क्या पियें हमरे मदन गोपाल
भांग पियें शिवजी तो दूध पियें राम
मीठी मीठी छाछ पियें मदन गोपाल
क्या खावें शिवजी तो क्या खावें राम
क्या खावें हमरे मदन गोपाल
धतूरा खावें शिवजी तो लड्डू खावें राम
मीठा-मीठा माखन खावें मदन गोपाल
क्या करें शिवजी तो क्या करें राम
क्या करें हमरे मदन गोपाल
ध्यान धरें शिवजी तो राज करें राम
रास रचावें हमरे मदन गोपाल
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Krishna Bhajan Lyrics in Hindi
नच लेन दे मेनू नच लेन दे
मेनू नचना मोहन दे नाल
आज मेनू नच लेन दे...
पैरां दे विच घुंगरू बंध के
अपने श्याम की जोगन बनके
अक्खां ला लइयां उसदे नाल
आज मेनू नच लेन दे...
वृन्दावन विच जावांगी में भी
प्यार मोहन दा पावांगी में भी
चाहें रुष जाये सब संसार
आज मेनू नच लेन दे..
हुन में किसी से ना ही डरना
जो माना सोही वही में करना
मेरा मुरली वाला श्याम
आज मेनू नच लेन दे
में मोहन दी मोहन मेरा
वृन्दावन में करूँ बसेरा
मैंने छोड़ दिया घर बार
आज मेनू नच लेन दे..
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